
सामग्री -
2 कप पनीर, 1-1/2 कप दूध पाउडर, 1 कप मलाई, 2 कप दूध, 1/2 कप सुखा मेवा कतरन, एक चम्मच इलायची पाउडर, 1/2 चम्मच केवडा एसेंस या गुलाब जल, पुडिंग बनाने का पात्र और 2 कप शक्कर
विधि –
दूध को एक उबाल आने तक गर्म करें फिर उसने दूध पाउडर, शक्कर और कसा हुआ पनीर डाल दें। थोड़ा गाढ़ा हो जाए तब उसमें मलाई, इलायची पाउडर और सूखा हुआ मेवा कतरन थोड़ा डालकर गाढ़ा होने तक पकाएं। गैस से नीचे उतारकर उस में गुलाब जल या केवड़ा जल (एसेंस) डालें। पुडिंग के बर्तन को थोड़ा सा ग्रीस करके बचा हुआ मेवा नीचे डाल दे, ऊपर से तैयार मिश्रण डालकर फ्रिज में सेट करने के लिए रख दें। आधे घंटे बाद प्लेट में डिमोल्ड कर दीजिए।
माता रानी को भोग लगाने के लिए पुडिंग तैयार है।
Login to Leave Comment
LoginNo Comments Found
संबंधित आलेख
गोंद के लड्डू
तिल कबाब
पाटी साप्टा - बंगाली व्यंजन
निनाव - महाराष्ट्रियन व्यंजन
राघवदास लड्डू
पनीर पुडिंग
अपराजिता (गोकर्ण) फुल का मुंग दाल हलवा
तिदिल
चीज पास्ता
गुझिया
पूरन पोली कैसे बनाते है ?
हरियाली पनीर
भुट्टा पुडिंग – स्वाद और परंपरा का मेल | Bhutta Pudding Recipe
रबड़ी मालपुआ
खजूर रोल | दीवाली के लिए स्वादिष्ट खजूर रोल रेसिपी | Dates Roll
गेहूं के छिलके का ढोकला | फाइबर युक्त हेल्दी नाश्ता
क्रीमी ऑरेंज डिलाईट – एक ताज़गी भरा संतरे वाला मीठा स्वाद
तिल कबाब
मैसूर पाक
भूले बिसरे शीतल पेय
नवरात्रि पर्व स्पेशल: उपवास में खाई जाने वाली इडली, सांभर और चटनी
मावा मोदक, केसरी मोदक, तिल-गुड़-खसखस मोदक
कच्चे आम की सिज़ल मॉकटेल (SUMMER REFRESHING DRINK)
लेखक के अन्य आलेख
अक्षय नवमी: प्रकृति पूजन और आंवला वृक्ष की पूजा का पर्व | Akshaya Navami
एक पाती शिक्षक के नाम – शिक्षक की भूमिका और मूल्य आधारित शिक्षा
राष्ट्र का सजग प्रहरी और मार्गदृष्टा है, शिक्षक
वो नाश्ता (That Breakfast)
लघुकथा : हार-जीत
सावन गीत
युग परिवर्तन
दर्द - भावनात्मक रूप
नारी और समाज
प्रेम की जीत
चाहत बस इतनी सी
आज का सबक - भारतीय परंपरा
देसी बीज
अलविदा मेरे प्यारे बेटे
भारतीय परम्परा की प्रथम वर्षगांठ
जीवन सार : प्रेरणादायक कहानी
शंखनाद
बड़ा लेखक
मारबत - नागपुर का मारबत पर्व
पोला-पिठोरा (पोळा) - किसानों का प्रमुख त्योहार
तमाशा
पनीर पुडिंग
ज्योतिष की विभिन्न विधाये और राजा सवाई जयसिंह (जयपुर) का योगदान
बसंत पंचमी माँ परमेश्वरी की जयंती | देवांगन समाज की कुल देवी
अच्युत, अनंत और गोविंद महिमा
कृपा करहु गुरुदेव की नाईं | हनुमान जयंती