Bhartiya Parmapara

अपराजिता (गोकर्ण) फुल का मुंग दाल हलवा

सामग्री -  
1 कप - मूंग दाल, पौन कप – देसी घी, आधा कप - ताजी मलाई, 1 कप दूध, 1 कप - पानी, 1 कप - चीनी, एक टीस्पून - इलायची पाउडर, बादाम काजू सजाने के लिए, 10 - 15 गोकर्ण के फूल की पत्तियां


विधि - 
सबसे पहले एक कप पानी में गोकर्ण की पत्तियां उबाल ले और ढक्कन दे कर आधे घंटे के लिए रख दीजिए। फिर मूंग दाल को धोकर तीन-चार घंटा भिगो दें फिर पानी निकाल कर कम से कम पानी में पिस ले।

एक कढ़ाई में घी लेकर उसको थोड़ा सा पिघला ले और उसमें पिसी हुई दाल डालकर धीमी आंच पर लाल होने तक भूने, आवश्यकतानुसार धी डाल सकते है जिससे सिकाई अच्छी आ जाये।

जब यह दाल भूनकर अच्छे से सुनहरा भूरा रंग हो जाए तब उसमें दूध की मलाई डालें और दो-तीन मिनिट भून लीजिए, उसके बाद उसमें गर्म दूध और यह गोकर्ण के फूल का पानी दोनों मिलाकर दाल में धीरे-धीरे करके डालें, दाल का यह मिश्रण अच्छा गाढ़ा हो जाएगा तब उसमें चीनी डालें और थोड़ा हिलाते रहे जब तक कि हलवा घी छोड़े जब तक भूने। गोकर्ण के फूल से इसका बढ़िया नीला कलर आएगा। अब गैस बंद करदे। इसे बादाम काजू के कतरन से सजाकर परोसे।

अपराजिता के फूल दिखने में जितने खूबसूरत है उतने ही लाभदायक भी, इसकी चाय पीने से ताजगी आती है और दिनभर की थकान दूर होती है। साथ ही फूलो से रंग बिरंगे शरबत और चावल बना सकते है जो खाने का जायका भी बढ़ाता है। 



   

 

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