Bhartiya Parmapara

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लोरेम इप्सम डोलर सिट अमेट, कंसेक्टेचर एडिपिसिंग एलीट। सेड डू ईयूस्मोड टेम्पोर इंसिडिडंट यूट लेबर एट डोलोर मैग्ना अलिका। यूटी एनिम एड मिनिम वेनियम, क्विस नोस्ट्रुड एक्सर्सिटेशन उल्लामको लेबोरिस निसी यूटी एलिक्विप एक्स ईए कमोडो कॉन्सक्वेट। डुइस अउते इरुरे ड

लघुकथा : हार-जीत

लघुकथा : हार-जीत

राजेश्वर प्रसाद की उम्र यद्यपि काफी हो चुकी थी लेकिन अपनी वास्तविक उम्र से बहुत कम के लगते थे राजेश्वर प्रसाद। 
और इसका कारण था उनकी संतुलित दिनचर्या व जीवनचर्य...

वो नाश्ता (That Breakfast)

वो नाश्ता (That Breakfast)

‘फिर से सूखी रोटी और आलू की सब्जी। पिछले तीन महीने से यही खाना खा-खाकर ऊब चुका हूं। मैं नहीं खाऊंगा’ -खाने की थाली को गुस्से में उलटते हुए पप्पू ने कहा।

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राष्ट्र का सजग प्रहरी और मार्गदृष्टा है, शिक्षक

राष्ट्र का सजग प्रहरी और मार्गदृष्टा है, शिक्षक

शिक्षक, राष्ट्र का सजग प्रहरी, मार्गदृष्टा और भविष्य निर्माता भी है। शिक्षक माटी को मनचाहा आकार देकर सुंदर घड़ों का निर्माण करते हैं, यानि देश का भविष्य गढ़ते हैं। शिक्ष...

शंखनाद

शंखनाद

भारतीय संस्कृति में शंख ध्वनि को शुभ व मंगल सूचक माना गया है। ऋषि श्रृंग ने लिखा है कि छोटे-छोटे बच्चों के शरीर पर छोटे-छोटे शंख बांधने तथा शंख में जल भरकर अभिमंत्रित क...

तमाशा

तमाशा

एक बार की बात है एक घर में आग लग गई। घर में से सभी लोगों को निकाला गया मोहल्ले के कुछ लोग आग बुझाने में लग गए तो कुछ लोग सिर्फ देख रहे थे।
उसी घर में एक चिड़िया का घ...

बसंत पंचमी माँ परमेश्वरी की जयंती | देवांगन समाज की कुल देवी

बसंत पंचमी माँ परमेश्वरी की जयंती | देवांगन समाज की कुल देवी

देवांगन समाज में सारे समाजसेवी, माॅं परमेश्वरी जयंती का भव्य आयोजन करते हैं। महीनों पहले ही तैयारियाॅं प्रारंभ हो जाती हैं। कहीं–कहीं अपनी शक्तिनुसार तीन दिवसीय य...

बड़ा लेखक

बड़ा लेखक

एक बार एक गांव में एक लड़का रहता था जो की हमेशा सपने देखता था लेकिन जब वो अपने सपनों के बारें में दूसरों को बताता तो सब उसका मज़ाक उड़ाते और उसको समझने वाला कोई नहीं था...

सावन गीत

सावन गीत

सावन गीत (आल्हा छंद)
कितना मनभावन है सावन,
बाद एक दूजा त्यौहार।
भोले दूर करें तकलीफ़ें,
ख़ुशियाँ झूमे हर घर द्वार।

युग परिवर्तन

युग परिवर्तन

एक घने जंगल में एक विशाल वटवृक्ष के पास पीपल के एक बिरवे ने जन्म लिया। विशाल वटवृक्ष की लंबी सैकड़ों बरोहें धरती को वटवृक्ष के चारों ओर से जकड़ी हुई थीं। नन्हें पीपल को...

नारी और समाज

नारी और समाज

“यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवता“ की परम्परा हमारे ग्रंथों में लिखी गई है जिसका अर्थ है - जहाँ महिलाओं का सम्मान किया जाता हैं वहां देवता निवास क...

प्रेम की जीत

प्रेम की जीत

सुबह का समय था। बाहर से मेरे कुछ दोस्त आये हुए थे। कुछ खाने पीने के बाद हम साथ बैठे चाय पी रहे थे। तभी हमने देखा दुखना घर आ गया है। वहीं से मैंने उसे आवाज दी- 'अरे दुखन...

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